केन्द्रीय खेल मंत्रालय युवाओं के लिए कुश्ती केन्द्र खोलेगा
अलवर के बानसूर इलाके में आज भी युवा जोते हुए खेतों में कुश्ती और कबड्डी खेलते नजर आ जायेंगे। हॉफ पेन्ट(नेकर) या कच्छे (अण्डरवीयर) पहने ये युवा सुविधाओं के अभाव में भी शारीरिक विकास के लिए ही सही पर खेलते जरुर हैं। अगर गम्भीरता से इन्हीं बच्चों पर ध्यान दिया जाये तो निश्चित तौर पर खेलों में नाम कमा सकते हैं। 2004 में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर रजत पदक जीतकर नाम कमा चुके केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़ ने अब यहां कुश्ती केन्द्र खोलने की घोषणा की है।
प्रत्येक ग्राम पंचायत पर खेल मैदान
राज्यवर्धनसिंह राठौड़ ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्र्त्येक ग्राम पंचायत में खेल मैदान की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है ताकि बच्चों को खेलने के लिए सुविधाऐं मिल सकें। ग्राम पंचायत के सरपंचों को कहा है कि ग्राम पंचायत में खेल मैदान की जगह के लिए ग्राम सभा में प्रस्ताव लें और विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजें। नरेगा समेत दूसरी योजनाओं से इन खेल मैदानों का विकास हो सकेगा।
अलवर में पहले भी हो चुकी कोशीश
ऐसी कोशिश केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री रहते तत्कालीन अलवर सांसद जितेन्द्र सिंह ने भी की थी। अलवर लोकसभा के सभी ग्राम पंचायत मुख्यालयों से जमीनों के प्रस्ताव मांगे थे कि ग्राम पंचायत आम सभा के आयोजन कर जमीन के पट्टे दे तो सांसद निधी से शारीरिक व्यायामशाला खोली जायेंगी। जिसमें युवाओं को लाभ हो सकेगा। जिले में करीब करीब ये टारगेट अचीव भी कर लिया गया। लेकिन अभी अधिकतर स्थानों पर या तो कमरों पर ताले लटके हैं या फिर सामान ही गायब हो चुका है।
बानसूर में भर्ती प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन पर मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ |
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