आपके मतदान के लिए चुनाव आयोग ने तैयारी कर ली है

अलवर लोकसभा में 1987 बूथों पर 1827936 मतदाता अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे

अलवर में आगामी 29 जनवरी को होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के साथ ही पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग भी अपनी तैयारियां पूरी कर रहा है। राजस्थान के मुख्य चुनाव अधिकारी अश्विनी भगत अलवर आये और राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक के बाद अधिकारियों की बैठक ली। भगत यहां मीडिया से मुखातिब हुए। 


कांग्रेस ने भाजपा की शिकायत की

राजस्थान के मुख्य चुनाव अधिकारी अश्विनी भगत अलवर पहुंचे और सभी राजनीतिक पार्टियों से अलग-अलग बैठक कर समस्याएं जानी। इस दौरान कांग्रेस की ओर से भाजपा पर आचार संहिता का उल्लंघन लगाने का आरोप लगाकर शिकायत सौंपी गई। अश्विनी भगत ने सभी राजनीतिक पार्टी और प्रत्याशियों को चुनाव के दौरान होने वाले खर्च के रजिस्टर के रखरखाव को कहा ताकि समय पर खर्च की रिपोर्ट चुनाव आयोग को जमा हो सके। 


इस बार ईटीपीबीएस का नवाचार शुरु

इस दौरान भगत ने कहा कि चुनाव आयोग पहली बार एक नया प्रयोग कर रहा है। जो राजस्थान से शुरू हुआ है। जिसमें आर्म्ड फोर्सेज में काम करने वाले मतदाताओं को इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम शुरू किया गया है। ताकि डाक मतपत्रों के पहुंचने में लगने वाले समय में कमी की जा सके। इसके तहत अकेले अलवर में 9223 आर्म्ड फोर्सेज के मतदाता है जिनमें 59 महिला मतदाता भी शामिल है। साथ ही अजमेर और मांडलगढ़ के आर्म्ड फोर्सेज में काम करने वाले मतदाताओं को भी यह सुविधा मिलेगी। सभी तीनों उपचुानव में पहली बार वीवीपैट का उपयोग भी होगा। जिससे मतदाता का वोट किस प्रत्याशी को गया इसमें पारदर्शिता रह पाएगी।

190 बूथों से लाइव देख सकेंगे प्रक्रिया

मतदान केंद्रों में 499 संवेदनशील बूथ हैं और 190 जो कुल मतदान बूथों का 10 फ़ीसदी है वह अति संवेदनशील बूथ है ।सभी अति संवेदनशील बूथों पर वेबकास्ट की सुविधा होगी। जहां से अलवर ,जयपुर और दिल्ली में चुनाव आयोग लाइव मतदान प्रक्रिया देख सकेगा । सुरक्षा के लिहाज से अलवर, मांडलगढ़ और अजमेर में विशेष व्यवस्था की गई है। लेकिन अलवर हरियाणा से लगता हुआ जिला है 200 किलोमीटर की सीमा को चुनाव के दिन पूरी तरह सील किया जाएगा और अवांछित वाहनों, यात्रियों और सामान की आवाजाही पर रोक रहेगी। इसके लिए कुल 26 नाके बनाए गए हैं । अजमेर और अलवर में 15 पैरा मिलिट्री फोर्सेज की कंपनियां रहेंगी। लेकिन बॉर्डर के नाते अलवर को पैरामिलिट्रीकी 10 कंपनी अलग मिलेगी। साथ ही पुलिस और होमगार्ड की सुरक्षा व्यवस्था भी रहेगी।


आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ तो कार्रवाई

अश्विनी भगत ने अलवर के प्रशासन की ओर से किए गए सिंगल विंडो सिस्टम और आचार संहिता पालन की व्यवस्था को सराहा और कड़े निर्देश भी दिए कि चुनाव आयोग आचार संहिता के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा और ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही निष्पक्ष और मतदाता को अपने मताधिकार के प्रयोग के लिए स्वस्थ और सुरक्षित माहौल देने का वादा भी किया है।

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