अलवर का हुआ बंटवारा, उत्तरी क्षेत्र को बनाया गया खैरथल-तिजारा नाम से नया जिला
नये जिले का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से वर्चुअल किया गया है खैरथल ज़िले में 5 उपखंड और सात तहसील होंगी। इसकी अधिसूचना खैरथल तिजारा ज़िले के OSD डॉक्टर ओम प्रकाश बैरवा ने कर्यक्रम के मंच पर पढ़कर सुनाई, नए जिले में तीन विधानसभाओं को शामिल किया गया है।
अलवर जिले में खैरथल- तिजारा जिला उत्तर दिशा में होगा खैरथल तिजारा ज़िले में तीन विधानसभा- मुंडावर, किशनगढ़बास और तिजारा विधानसभा क्षेत्र आएंगे तो पाँच उपखंड, 7 तहसील चार पंचायत समिति छह नगर निकाय, पैंतीस भू अभिलेख क्षेत्र , 142 पटवार मंडल ,109 ग्राम पंचायत और 596 राजस्व ग्राम शामिल कर इसका कुल भौगोलिक क्षेत्र 1957.87 वर्ग किलोमीटर होगा। 2011 की जनगणना के अनुसार 9,66,821 जनसँख्या होगी जिसमे 511007 पुरुष और महिलाओं की संख्या 455814 है, जो राजस्थान प्रदेश की कुल जनसंख्या का 1.41% है। वर्तमान में खैरथल में रेलवे स्टेशन है जहाँ दिल्ली-जयपुर-अहमदाबाद को चलने वाली रेलगाड़ियों का ठहराव है।खैरथल से दिल्ली 130 किलोमीटर और जयपुर 170 किलोमीटर है। एक हज़ार साल पहले कायस्थल के नाम से मानी जाती है जहाँ कायस्थ निवास करते थे औरंगज़ेब के शासनकाल में नारनौल के मुखिया के आंदोलन के समय तत्कालीन कायस्थल को मुस्लिम सेना ने अधिकार में लेकर इसका नाम खैरीपत स्थल नाम दिया, जो बाद में खैरथल हो गया, समुद्र तल से यहाँ की ऊँचाई 302 मीटर है, 1969 में खैरथल में नगरपालिका का गठन हुआ जिसके पैंतीस वार्ड हैं। राजस्थान की बड़ी अनाज मंडी यहां है और सरसों तेल व लाल प्याज़ के लिए प्रसिद्ध है।
खैरथल अनाज मंडी में आयोजित किए गए उद्घाटन समारोह में विधायक संदीप यादव दीपचंद खेरिया सफिया खान जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर समेत कई जन प्रतिनिधियों ने शिरकत की और मुख्यमंत्री की योजनाओं को लेकर भी तारीफ़ की। खैरथल तिजारा एक अकेला ऐसा ज़िला होगा जहाँ 2 अलग अलग कस्बों में दो SP बैठेंगे भिवाड़ी में पहले से ही SP की पोस्ट हैं और विकास शर्मा पदस्थापित हैं तो खैरथल में SP की पोस्ट पर सुरेंद्र सिंह को लगाया गया है साथ ही भिवाड़ी में जो भी जिला स्तरीय कार्यालय जैसे जिला परिवहन अधिकारी बिजली पानी प्रदूषण समेत दूसरे कार्यालय हैं वो यथावत संचालित होंगे। भिवाड़ी में पहले से ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर की पोस्ट है और खैरथल में भी एक अतिरिक्त जिला कलेक्टर के पास सृजित की गई है इसके अलावा 80 कार्मिकों की पोस्ट भी ज़िले के लिए सृजित की गई है तिजारा विधायक संदीप यादव कहते हैं मिलकर विकास कार्य कराएंगे।
अलवर को सम्भाग की मांग अधूरी
अलवर जिले को तीन हिस्सों में बाँटने से अलवर मुख्यलय का भार काम होगा तो आम लोगों को प्रशासनिक सुविधाएं भी मिलेंगी, एनसीआर में होने के कारण यहां विकास गति पकड़ेगा हालाँकि अलवर को संभाग बनाने की मांग अभी भी बनी हुई है।
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