मतदान सम्पन्न, बाड़ेबन्दी शुरु, आखिर कौन बनेगा अलवर का जिला प्रमुख

 अलवर में जिला प्रमुख की दौड़ शुरु


अलवर जिले में 16 पंचायत समितियों में प्रधान और जिला प्रमुख के लिए मतदान हो चुका है और अब प्रधान और जिला प्रमुख के लिए दौड़ धूप शुरु हो गई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने बाड़ेबन्दी शुरु कर दी है।


कांग्रेस ने अलवर में ही एकत्र करना शुरु किया 

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और अलवर ग्रामीण से विधायक टीकाराम जूली राज्य मंत्री हैं। इसलिए कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की बाड़ेबन्दी अलवर ग्रामीण में टाइगर कैम्प होटल में कर रही है। कार्यकारी जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा राज्य मंत्री के नजदीकी होने के कारण पूरी व्यवस्था भी देख रहे हैं। उधर डीसीसी के कोषाध्यक्ष अनिल जैन और दूसरे पदाधिकारी भी जिला प्रमुख का गणित बिठाने में लगे हैं।

भाजपा ने हरियाणा में डाला डेरा

भाजपा नगर परिषद चुनाव में की गई गलती दोहराना नहीं चाहती है और इसलिए इस बार हरियाणा के मानेसर में बाड़ेबन्दी की है। मानेसर के होटल नेचर वैली में भाजपा के पार्षद एकत्र किये गये हैं। भाजपा का दावा है कि 8 जिताऊ निर्दलीय उम्मीदवार भी उनके साथ बाड़ेबन्दी में मौजूद हैं। इसक साथ ही भाजपा द्वारा समर्थित प्रत्याशी भी बाड़ेबन्दी में हैं। भाजपा में जिला प्रमुख के दावेदार अभी से व्यवस्था में लगे हैं। जीतने की उम्मीद वाले प्रत्याशियों के परिजनों और रिश्तेदारों को भी फोन किये जा रहे हैं।

 प्रधान बनाने की जिम्मेदारी स्थानीय विधायकों की

पंचायत समितियों में प्रधान के लिए स्थानीय विधायक जोड़ तोड़ में जुट गये है और दोनों ही पार्टियों के लोग अपने प्रत्याशियों को लेकर अज्ञातवाश पर निकल गये हैं। ताकि दूसरी पार्टी के प्रत्याशी सेंध न लगा सकें। अलवर में कुल 16 पंचायत सिमिति हैं और 11 विधायक, विधायक के क्षेत्र में अगर दूसरी पार्टी का प्रधान बनेगा तो विधायक की कमजोरी समझी जायेगी। इसलिए चुनाव में टिकिट देते वक्त भी विधायकों की पसन्द का ख्याल रखा गया था। ऐसे में अब प्रदान के लिए टिकिट देने और उसे जिता लाने का पूरा दारोमदार भी स्थानीय विधायक का ही है।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours