अलवर के किशनगढ़बास में भी किसानों का धरना शुरु, टोल वसूली बन्द



अलवर-भिवाड़ी मेगा हाइवे के पापड़ी टोल पर धरना


अलवर में किशनगढ़बास के गांव पापड़ी स्थित टोल नाके पर किसान जम गये हैं और अनिश्चितकाल के लिए धरना शुरु कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सबुह से ही लोगों की भीड़ जुटी और टेंट व तख्त लगाकर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। किसानों की और से बैरिगेटस लगाकर अलवर-भिवाड़ी मार्ग को जाम कर दिया गया लेकिन बाद में पुलिस और किसान नेताओं की समझाइस के बाद खोल दिया गया।  कुछ देर के लिए यातायात व्यवस्था बाधित रही इस दौरान टोल नाके पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।

धरने में मौजूद विधायक दीपचन्द खैरिया

किशनगढ़बास विधायक दीपचन्द खैरिया का समर्थन

पापड़ी टोल पर शुरु हुए धरना प्रदर्शन को बसपा से जीतकर कांग्रेस में शामिल हो चुके किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खैरिया समर्थन कर रहे हैं और खुद भी धरना स्थल पर मौजूद रहे। इनके अलावा किसान नेता शेरसिंह चौधरी, सपात खान, कासिम मेवाती, अज्जू खान, शेर मोहम्मद, बलबीर छिल्लर, जसवंत यादव सहित अनेक किसान नेताओं ने संबोधित किया। उन्होंने मांग की है कि केन्द्र सरकार किसान विरोधी कृषि बिल को वापस ले, इसीलिए  धरना प्रदर्शन और चक्काजाम किया गया। किसानों नेताओं ने बताया कि केंद्र सरकार के किसान विरोधी कृषि बिल के वापस लेने पर ही धरना हटेगा। 
पापड़ी टोल के पास किसानों का धरना


टोल पर वसूली बन्द

अलवर-भिवाड़ी मेगा हाइवे स्थित पापड़ी टोल नाके पर शुरू हुए अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन को लेकर पुलिस और प्रशासन भी चाक चौबंद रहा। इस दौरान किशनगढ़बास उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश सहारण, डीएसपी अतुल अग्रे, किशनगढ़बास थाना इंचार्ज ज्ञानचंद, खैरथल एसएचओ नन्दलाल जांगिड़, कोटकासिम थाना प्रभारी महावीर शेखावत सहित आरएसी पुलिस बल और पुलिस जाब्ता तैनात रहा। किसानों के विरोध के बाद टोल वसूली बन्द कर दी गई है।
टोल पर जाम के बाद की स्थिति

जिले में दूसरा धरना शुरु

अलवर जिले के शाहजहांपुर बॉर्डर पर पिछले कई माह से किसानों का धरना चल रहा है जिसमें देश के कई किसान नेता शामिल हो चुके हैं और राजस्थान प्रदेश के कई जिलों के किसान अभी भी बैठे हैं। अब यह दूसरा धरना भी शुरु किया गया है। गौरतलब है कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और किशनगढ़बास विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। हां पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र सिंह अलवर जिले से ही आते हैं। कांग्रेस कृषि बिलों को मुद्दा बना रही है और लगता है एक बार फिर कांग्रेस किसान आन्दोलन को तेज करने का प्रयास करेगी।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours