अलवर की तिजारा विधानसभा बन गई है हॉट सीट

अलवर की तिजारा विधानसभा बन गई है हॉट सीट



अलवर की तिजारा विधानसभा सीट हॉट हो गई है। यहां कांग्रेस सरकार में चिकित्सा मंत्री रहे दुर्रु मिंया कांग्रेस से फिर मैदान में हैं तो कांग्रेस से टिकिट का आश्वासन पाने और टिकट नहीं मिलने के बाद फजल हुसैन फिर से बागी होकर समाजवादी पार्टी से चुनाव मैदान में उतर गये हैं। भाजपा में भी कमोबेश यही हालत है भिवाड़ी नगर परिषद सभापति को भाजपा का टिकट देने से नाराज युवा बोर्ड के उपाध्यक्ष संदीप यादव बागी होकर बसपा से चुनाव मैदान में हैं। 




एनसीआर जिले अलवर की तिजारा विधानसभा सीट हरियाणा बोर्डर से लगती है और यहां देश की राजधानी की हवा सबसे पहले पहुँचती है। यही कारण रहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन दर्जन टिकटार्थियों में से नये चेहरे मामनसिंह यादव पर दांव खेला और मामनसिंह ने तिजारा में पहली बार भाजपा का खाता खोला। कांग्रेस के दुर्रु मियां तीसरे स्थान पर रहे और बसपा के फजल हुसैन 37994 मतों से पराजित हुए। एक नजर डालें तो तिजारा मे अब तक कांग्रेस ने बार जीत दर्ज की और 4 बार दूसरे स्थान पर रही। इसके अलावा बीजेपी, सीपीआई, जेएनपी एक-एक बार जीत दर्ज की। जगमाल सिंह यादव तीन बार विधायक चुने गये जो एलकेडी, जेडी और आरजेडी के प्रत्याशी थे। दुर्रु मिंया भी तिजारा से तीन बार विधायक बने हैं , दुर्रु मियां के पिता अमिनुद्दीन खान एक बार विधायक बने और मंत्री भी रहे। राजस्थान के छठे मुख्यमंत्री रहे बरकतुल्लाह खां तिजारा से चुने गये थे और 15250 मतों से जीत दर्ज की थी लेकिन अब चुनाव कुछ अलग तरह से हो गया है और भाजपा प्रत्याशी सन्दीप दायमा इसे हिन्दु मुस्लिम का चुनाव बता रहे हैं।

फजल हुसैन और सन्दीप यादव हैं कांग्रेस भाजपा के बागी

Fazal Husain

Sandeep Yadav during his nomination

तिजारा से जीतकर मंत्री बनने वाले दुर्रु मियां के खिलाफ फजल हुसैन मेव कौम के वोट जोड़ना चाहते हैं वो कह रहे हैं कि विकास नहीं हुआ। चिकित्सा मंत्री होने के बावजूद चिकित्सा सुविधा भी इस क्षेत्र में ठीक नहीं कर पाये। तिजारा में मेव मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है फिर यादव मतदाता हैं और एससी,गुर्जर,कुमावत,सैनी के साथ ही भिवाड़ी में बन रही सोसायटीज में रह रहे लोग अलग मानसिकता वाले मतदाता हैं। तिजारा में कुल 248 मतदान केन्द्रों पर दो लाख 22 हजार से ज्यादा मतदाता मतदान करेंगे। 79 संवेदनशील बूथ हैं जिनमें 13 बूथों पर लाइव वैब कास्टिंग होगी। तिजारा विधानसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत भी 85 फिसदी से उपर पहुँचता है और कई बूथ 90 फिसदी से उपर मतदान करते हैं। यहां दुर्रु मियां कहते हैं कि बागी से कोई फर्क नहीं पड़ता है पिछले चुनाव में एक हवा थी जो अब नहीं है वहीं भाजपा के बागी सन्दीप यादव  एससी और यादव मतदाताओं के भरोसे चुनाव मैदान में दिख रहे हैं। यदि सामान्य वर्ग के मतदाताओं का रुझान बना तो भाजपा की स्थिति बिगड़ सकती है।
Ex Minister Durru Miya


तिजारा में चुनाव परिणाम क्या होंगे अभी कहना मुश्किल है लेकिन चुनाव आमने सामने की टक्कर का ना होकर अब चतुष्कोणीय नजर आ रहा है। हालांकि बीते चुनाव में यहां मोदी लहर खूब दिखी थी और अपराध और हिन्दुत्व के मुद्दे पर वोट डला था। इस बार चुनाव दिलचस्प हुआ जा रहा है। 

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