नीमराणा में लूट के इस विडियों के बाद पुलिस के पास कुछ नहीं बचता

नीमराणा में लूट के इस विडियों के बाद पुलिस के पास कुछ नहीं बचता


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4 फरवरी 2018 को नीमराणा में योगेश ज्वैलर्स पर बड़ी डकैती हुई, इस डकैती में दो व्यापारियों को गोली लगी। जिनमें एक योगेश ज्वेलर्स का मालिक कैलाश चन्द और दूसरा दामोदर खण्डेलवाल जो उसे बचाने आया था। दोनों को उपचार के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया और चिकित्सक ने उन्हें खतरे से बाहर बताया। लेकिन दुकान से 30 लाख से ज्यादा के आभूषण ले जाए जा चुके थे। घटनास्थल पर आधा घंटे तक पुलिस नहीं पहुंची, बाद में पुलिस पड़ताल में पता चला की यह वारदात एनसीआर में सक्रिय हरिया गैंग ने की है। हरिया गैंग का मुखिया पवन उर्फ हरिया उसका एक साथी अरुण गुर्जर एक अन्य साथी भी इस वारदात में शामिल था। तीनों ही हथियारबंद होकर आए थे, ये नीमराणा के लिए भी बड़ी वारदात थी। घटना से सन्न हो चुके व्यापारी अगले दिन विरोध जताने पहुंचे। सड़क मार्ग पर जाम लगाया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस की ओर से भी आधा दर्जन टीमें बनाई गई लेकिन दिनभर की खाक छानने के बाद वह टीमें वापस लौट गई और दूसरी टीमों ने मोर्चा संभाला। मुखबिर की इत्तला पर हरियाणा पुलिस के साथ ठीक कॉर्डिनेशन हो गया और हरियाणा पुलिस ने इनमें से एक आरोपी अरुण गुर्जर को एनकाउंटर में मार गिराया। लेकिन अभी भी ना तो हरिया पुलिस को मिला है और ना ही उसका दूसरा साथी। वारदात में लूटा गया सोना -चांदी भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। पुलिस ने जांच के बाद वारदात में सहयोग करने वाले तीन लोगों को गिरफ्त में लिया और उन्हें जेल भेज दिया।

लेकिन अभी कई सवाल बाकी हैं 

एक ऐसी वारदात जो थाने से महज कुछ मिनट की दूरी और एएसपी ऑफिस से कुल 200 मीटर की दूरी पर घट गई। उसमें पुलिस पूरी तरह लापरवाह बनी रही। सवाल तब और बड़ा हो गया जब लगातार तीन दिन से बड़ी घटनाऐं हुई। जिनमें पहली अनंतराज सोसाइटी में गैंगस्टरों में आपस में झगड़ा हुआ और फिर फायरिंग हो गई। अगले दिन थाने से कुछ दूरी पर ही शव को गाड़ दिया गया और तीसरी वारदात नीमराना के मुख्य बाजार में ज्वैलर को दिनदहाड़े हथियारों की नोक पर लूट की हुई। घटना के दिन ही सीसीटीवी के फुटेज खंगाले गए थे और जो वीडियो सामने आया उसमें यह साफ दिख रहा था कि ज्वेलर और उसके परिवार ने डकैतों का जमकर मुकाबला किया। डकैत हथियारबंद थे और व्यापारी खाली हाथ।लेकिन महिलाओं और पुरुषों ने बराबर टक्कर ली। उनका हथियार भी छीन लिया। पुलिस अधीक्षक ने मौके का दौरा किया और कहा कि उन्हें आगामी राष्ट्रीय दिवस पर सम्मान के लिए रिकमेंड किया जाएगा। लेकिन व्यापारियों ने कहा कि उन्हें सम्मान नहीं पहले सामान चाहिए। 


अब एक और गंभीर बात हो गई है

एक नया वीडियो जो cctv का फुटेज है सामने आ गया है। इसमें जिस तरह वारदात हो रही है पूरी वारदात कैमरे में कैद है। किसी भी सामान्य आदमी के द्वारा यह वारदात देख लेने के बाद पुलिस के प्रति उसका गुस्सा अपने आप ही बढ़ जाएगा। सरेआम डकैत हथियार लहराते रहे, फायर करते रहे, आभूषण बैग में भरकर ले गए और चुनौती देते रहे। 10 मिनिट तक यही चलता रहा लेकिन वारदात के बाद भी आसपास के लोग ही घायलों को अस्पताल ले गए। पर पुलिस नहीं आई। अब इस वीडियो को आप गंभीरता से देखिए -सबसे पहले सफेद कपड़ा बांधे नकाबपोश गाड़ियों की तरफ से आते दिखाई देते हैं और योगेश ज्वैलर्स की दुकान में जाते हैं। दुकान के अंदर ज्वैलर और उसके परिजनों से जद्दोजहद होती है और बदमाशों को उल्टे पांव भागना पड़ता है। दुकान के मालिक की पत्नी एक बदमाश को काबू करने की कोशिश करती है और उससे हथियार भी छीन लेते हैं। उधर सामने खड़ा एक अन्य युवा दूसरे बदमाश को काबू कर लेता है। लेकिन तीसरा बदमाश जो हरिया गुर्जर बताया जा रहा है आगे निकल जाता है। 2 बदमाशों को जनता काबू कर लेती है । उसके बाद हरिया गुर्जर वापस लौटता है, वह सीधे फायर करता है और अपने उन दो साथियों को छुड़ा लेता है। फिर भागने लगता है लेकिन अचानक पलटता है तीनों बदमाश वापस आते हैं दो बदमाश दुकान के अंदर जाते हैं थैले में आभूषण भरते हैं, यानी डाका डालते हैं और तीसरा बदमाश जो हरिया गुर्जर इस गैंग का मुखिया बताया जा रहा है, सरेआम मुख्य बाजार में सड़क किनारे हथियार लहराता है। इधर-उधर नजदीक आते दिख रहे लोगों पर फायर करता है। तब तक अंदर से सब सामान समेट कर उसके साथी बाहर आते हैं। हवा में हथियार लहराते और फायर करते हुए अपनी गाड़ी लेकर भाग जाते हैं। पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस को पता नहीं लगा या पहुँच नहीं सकी जाने क्या हुआ…. पर कुछ कर नहीं पाती। जिस तरह बिना आवाज के जो वीडियो देख रहे हैं उससे ही नजर आता है कि साफ तौर पर बदमाश धमकियां दे रहा है। इस घटना को लेकर होना तो यह चाहिए था कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमराणा के खिलाफ कार्रवाई होती। लेकिन यहां तो थानाधिकारी को भी नोटिस नहीं मिला है। इतनी बड़ी वारदात के बाद भी प्रशासन मौन है। हां हरियाणा में हुए एनकाउंटर से नीमराणा पुलिस को जरूर लाभ मिला है।


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