काम नहीं करने पर अधिशाषी अभियन्ता की नियत पर सवाल
अलवर में जिला परिषद से होने वाले कार्यों को लेकर सरपंच काफी दिनों से चक्कर लगा रहे हैं। जिला परिषद सीईओ अंशदीप के सामने तिजारा पंचायतसमिति में महेशरा के सरपंच कहते हैं- पिछले दो साल में 70 बार जिला परिषद आया हूँ और 70 हजार खर्च हो गये आने जाने में, इससे अच्छा तो 70 हजार लेकर उसी दिन मेंरा काम कर देते। मैने पैसे नहीं दिये तो काम नहीं हुआ। इसके समर्थन में जिला प्रमुख रेखा राजू यादव सीईओ को एक दस हजार का चैक सौंपकर कहती हैं कि एक्सईएन को दे दो ताकि वो सरपंचों से पैसा नहीं मांगे और काम कर दे।
एक्सईएन छगेन्द्र कुमार कुसुम पर आरोप
जिला प्रमुख कहती हैं कि पहले भी अधिकारियों को पत्र से अवगत करा चुकी हैं लेकिनसुधार नहीं हुआ। लोभ लालच के चक्कर में जानबूझकर एक्सईएन अन्तिम किश्तों की फाइलों को निकालने में देरी करते हैं ताकि सरपंच उन्हें पैसे दें और फिर फाइल पास कर दी जाये। जो काम 15 दिन में होना चाहिए वो 15 महीने में भी नहीं हो रहा है।
अलवर जिला परिषद सीईओ-आईएएस अंशदीप |
एसीईओ को जांच देने की बात कही
सीईओ जिला परिषद अंशदीप ने कहा कि वे एसीईओ को मामले की जांच करने को दे रहे हैं ताकि पता लग सके कि क्या काम की अन्तिम किश्त ही रोकी जा रही है और ऐसा हो रहा है तो आखिर क्यों। शिकायत के दौरान सरपंच संघ के पदाधिकारी भी मौजूद थे खास बात ये कि वे ज्यादातर सरपंच ही इस दौरान थे जो कांग्रेस से जुड़े हैं।
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