कलेक्टर साब पैल्यां की तरियां तो ना आया ना

अलवर की परेशानियां देखने निकले कलेक्टर राजन विशाल

अलवर का काला कुआ और मालवीय नगर क्षेत्र कई महीनों से धूल फांक रहा है… सरकारी या सत्तासीन पार्टी भाजपा की भाषा में कहें तो क्षेत्र में विकास का डिलिवरी पेन है। मुख्यमंत्री राजे के जनसंवाद में भी लोगों ने धूल से निजात दिलाने के लिए खूब संवाद किया था लेकिन एक महीना होने को है और हालात जस के तस हैं। जिला कलक्टर राजन विशाल ने अधिकारियों की फौज लेकर निरीक्षण किया तो लोगों के मुंह से यहीं निकला- ‘कलेक्टर साब पैल्यां की तरियां तो ना आया ना’

पैल्यां भी शहर में चक्कर काट ग्या था कलक्टर

कलक्टर नयो नयो आयो थो और शहर की हालत सीं किमी अणजाण थो। नू ज्याणो कि ठीक कर दूंगो… पर के स भाई की पार ना पड़ी…. अधिकारियां न ले कै सड़कां प खूब घाण काट्या और धमका दिया कईयां न तो, देखबाळा नू जाण्या क तड़कै ही सब ठीक ठाक व्है जायगो…. पर फेर हैणो के थो वी ही घोड़ा – वी ही मैदान। पूरा शहर नै अलग अलग सैक्टरां मैं बांट कै अर अधिकारीयां नै जिम्मेदारी दे दी। बोल्या अब देखियो सब चकाचक है जायगो। एक अधिकारी तो खाडा खुदोड़ा देख्या तो बोल्यो एईएन साब ठीक कर द्यूगों एं खाडा मैं ही गेर द्यूगों ठाय कै। वा अधिकारी तो आज काल दूसरा जिला मै गयो, पर एं शहर का हालत ना बदल्या, लोग मजबूरी मैं धूळ खायकै सुबेरै-शाम, निकळता -बड़तां गाली दीं। अब फेर कलेक्टर ने देख कै आस बंधी पर पैल्यां की तरियां ही सब हाल रह्या तो फायदो के। फेर भी ल्यो देखबा तो आया। किमी तो व्हैगो ही।

दस करोड़ सड़कों के लिए आयेंगे

जिला कलक्टर को भी ये पिछली बात याद दिलाई गई। हालांकि खुद व्यवस्थाओं को देखकर नाखुश थे लेकिन हालात सुधारने का तगड़ा वाला वादा किया। दस करोड़ जल्दी ही शहर की मुख्य सड़कों के लिए मिलेंगे। जिससे परेशानियां कम होंगी। अब उम्मीद रखो, जनता हो… वोट का इन्तजार करो।

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