8 से 8 दिन अलवर रहेगी राजे सरकार

8 से 15 नवम्बर तक अलवर रहेंगी मुख्यमंत्री राजे

 राजस्थान प्रदेश की मुखिया 8 नवम्बर को अलवर आयेंगी और 15 नवम्बर तक अलवर लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा क्षेत्रों में जायेगी। आगामी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत की सम्भावनाऐं तलाश की जायेगी। जनसंवाद कार्यक्रम के तहत प्रत्येक विधानसभा में सर्वजातीय सम्मेलन करेंगी लेकिन एक समय में एक ही जाति के लोगों से बातचीत करेंगी। विधानसभा में कौनसा काम वोटरों को लुभायेगा और चुनाव में कौनसा मुद्दा हावी सकता है इस पर काम चल रहा है। 

गुटबाजी पर लगाम की कोशीश

मुख्यमंत्री जिले में भाजपा नेताओं की गुटबाजी को लेकर भी ध्यान रख रही हैं और सभी विधानसभावार कार्यक्रमों में दूसरी विधानसभा के नेताओं को प्रवेश नहीं होगा। जिले के नेता हैलिपैड पर ही मुख्यमंत्री का स्वागत करने आ सकते हैं। जन संवाद कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ उसी विधानसभा के विधायक,विधानसभा प्रभारी मंत्री और भाजपा के संगठन प्रभारी ही रहेंगे। मण्डल अध्यक्ष,शक्ति केन्द्र अध्यक्ष और ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ विधानसभा में निवास करने वाले जिला या प्रदेश स्तरीय भाजपा पदाधिकारी शामिल हो सकेंगे। 

तैयारियों में लेकर लग्जरी सुविधाओं का ख्याल

मुण्डावर विधानसभा का जनसंवाद कार्यक्रम विधानसभा मुख्यालय की बजाय शाहजहांपुर में आयोजित किया गया। सबसे बड़े होटल रमाडा में ये आयोजन रहा और मुख्यमंत्री से मिलने पहुँचे लोगों में काफी ऐसे थे जिन्होंने पहली बार ऐसे लग्जरी होटल में कदम रखा था। बहरोड़ में पहले सामुदायिक भवन में कार्यक्रम का आयोजन होना था लेकिन अब बदलकर हीरा ग्रांड रिसोर्ट में रख दिया गया है। जो इलाके का सबसे महंगा होटल है। खैरथल, अलवर, अलवर ग्रामीण में भी लग्जरी सुविधाओं का चयन किया जा रहे हैं। राजगढ़ जैसे क्षेत्र में तैयारी कर रहे नेताओं को बेहतर जगह ना मिलने का मलाल भी है।

दौरे का असर दिखना जरूरी

खुद मुख्यमंत्री और भाजपा के लिए दौरों का सकारात्मक असर तब दिखेगा जब जनता को ये नजर आने लगे कि दौरे के दौरान उठायी गई समस्याओं पर काम हो रहा है। बिजली पानी और सड़क तीन सबसे जरूरी मुद्दे हैं जिन पर सबसे ज्यादा बात होनी है इसलिए मुख्यमंत्री ने पहले ही विभागवार मंत्रियों को चुनावी इलाकों में बिजली,पानी, सड़क की स्थिति ठीक करने के निर्देश दे दिये हैं। जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री सभी जिलाधिकारियों को भी साथ बिठायेंगी ताकि शिकायतों का मौके पर निराकरण किया जा सके। अलवर में एक विधानसभा में कार्यक्रम हो चुका है जिसमें बड़े कार्यों की बजाय छोटे कामों को तुरन्त करने के निर्देश दिये गये थे।

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