चार साल बाद हाल जानने आ रही हैं मुखिया जी

चार साल बाद हाल जानने आ रही हैं मुखिया

अलवर में 4 नवम्बर को मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे मुण्डावर विधानसभा के लोगों से मिलने आ रही हैं। लेकिन ये सब उपचुनाव के लिए है। मुण्डावर कस्बे के हालात अच्छे नहीं हैं। चार साल में एक भी ऐसा काम नहीं हुआ जिसे याद दिलाया जाये। सड़कों तक को सुधारने की मांग अब बेमानी हो गई है और लोगों को आदत सी हो गई हिचकोलों की…। इसलिए मुख्यमंत्री के सिपहसालारों ने विधानसभा मुख्यालय की बजाय शाहजहांपुर स्थित स्टार वाले होटल(लग्जरी) में खास लोगों को मुख्यमंत्री से मिलने बुलाया है। यहां किसी भी आम लोगों का प्रवेश निषेध रहेगा। हालांकि मिलने वाले लोग ज्यादा खास नही हैं लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पास जारी किये गये हैं जो स्थानीय भाजपा के बड़े नेताओं ने तय किये हैं। फिर मुख्यमंत्री ये आशा करती हैं कि उन्हें जनता का सही फीडबैक मिलेगा। अच्छा खुद का फीडबैक सबको पता होता है बस नजरअंदाज करना आ जाता है। इस कार्यक्रम का नाम जनसंवाद कार्यक्रम रखा गया है पर इसमें कोई ऐरा गेरा शख्स अपनी बात नहीं रख पायेगा।

शायद राजतंत्र में ऐसा जनसंवाद न होता

अगर आपको ख्याल न रहा हो तो भी हम याद दिला देते हैं कि हम लोकतंत्र में हैं और राजतंत्र में होने वाले जन संवाद कार्यक्रम में भी पास की जरूरत न पड़ती। लेकिन लगता है इस कार्यक्रम का नाम जन संवाद गलत रख दिया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से कौन कितने वक्त बात करेगा और कितनी बजे करेगा ये सब तय हो गया है। बात करने वालों को भी पता है कि उन्हें बैठक में बोलना क्या है। 

जाति आधारित है मिलने वालों का चयन

मुख्यमंत्री से मिलने वालों के अलग-अलग दल हैं और प्रत्येक दल में करीब 250 लोग हैं। जाति और वर्ग में बांटने की दुहाई देने वालों ने जातियों के आधार पर ही दलों को बांटा है। जाति विशेष के नेताओं को बुलाया गया है। जिसके लिए काफी दिनों से मशक्कत चल रही थी और संख्या में छोटी से छोटी जाति के नेता को अब खास होने का मौका मिला है। लेकिन ये सब जातियों के नेता वोट दिलाने की ताकत दिखाने जा रहे हैं।

पार्टी के बूथ प्रभारियों से भी लेंगी फीडबैक

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे अलग-अलग समाज के नेताओं से संवाद के बाद पार्टी पदाधिकारियों से भी मुलाकात कर फीडबैक लेंगी। इसमें बूथों के प्रभारी भी होंगे। उन्हें आगामी लोकसभा उपचुनाव में अपनी भूमिका बेहतर निभाने के लिए प्रेरित किया जायेगा और हर एक काम सरकार द्वारा पूरा करने का वादा भी जनता से पहले उनसे होगा। 

लोकसभा में सम्मिलित विधानसभा क्षेत्रों में ही होगा जनसंवाद

प्रदेश में अलग अलग सम्भागों और जिलों में मुख्यमंत्री ने जाकर लोगों की समस्याैऐं सुनने की बात कही थी और सरकार ने सम्भागवार जाकर समस्याऐं सुनी। लेकिन अलवर जयपुर में ही है सो वो भी औपचारिकता ही हो पाई थी। अब अलवर में कुल 11 विधावनसभा हैं और मुख्यमंत्री सिर्फ 8 विधानसभाओं में जन संवाद करेंगी । चूकिं यहीं लोकसभा उपचुनाव होना है। 

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