गौरक्षकों पर उमर मोहम्मद की हत्या का आरोप
मृतक के साथी जावेद और ताहिर |
अलवर गौतस्करों के लिए पड़ाव स्थल तो नहीं लेकिन राह जरूर है। पूरे राजस्थान प्रदेश से गौ तस्करी हो रही है और अलवर सीमावर्ती होने के कारण गांवों के कच्चे रास्तों से रात्री में गौतस्करों की गाड़ियां गुजरना आम बात है। बहरोड़ में पहलू खां की हत्या के बाद देशभर में बवाल हुआ था लेकिन घटना से ना तो गौतस्करों ने कोई सबक लिया और ना ही गाय को माता मानने वाले नेताओं और युवाओं ने। 10 नवम्बर को ुमर मोहम्मद नाम के शख्स की हत्या कर शव को पटरी पर पेंक दिया गया। आरोप था गौतस्करी का और पुलिस ने जांच में गौतस्कर मान भी लिया। अब आपको तफ्सील से बताते चलते हैं कि इस मामले में हुआ क्या था। सबसे पहले ये विडियो देख लिजिये जो 10 नवम्बर की सुबह का है जब ग्रामीणों ने पुलिस को ये सूचना दी थी कि एक पिकअप वाहन और गायें लावारिस हालत में मिले हैं-
विडियो में साफ नजर आ रहा है कि गाड़ी में टायर नहीं हैं और पीछे टायर हैं तो टायरों में हवा नहीं है, गाड़ी के अन्दर एक गाय है और कुछ गायें नीचे हैं जिनके पास बांधने की रस्सी भी पड़ी हुई है। पुलिस चूँकि अभी पहुँची है तो विडियो में पुलिस की गाड़ी भी दिखाई दे रही है। पिकअप गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ हुई है जो हालात देखकर पता लग रहा है।
अब शव की तस्वीरें देख लिजिए
ये तस्वीरें हैं उमर मोहम्मद की जो भरतपुर जिले के घाटमीका गांव का रहने वाला था और साथी दो लोगों जावेद उर्फ जब्बार और ताहिर के साथ घर से निकल गया था। रामगढ़ थाना क्षेत्र में रेलवे लाइन पर उमर का 10 नवम्बर को ही शव मिला था। उमर की हत्या के बाद शव को पटरी पर फेंक दिया गया था।
गोली मारकर की थी हत्या
पहले पुलिस आशंकाओं के आधार पर कह रही थी लेकिन बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तय हो गया कि उमर के शरीर से दो गोलियां पार हुई थी और इसी कारण उसकी मौत हुई। जिससे ये तय हो रहा था कि जो बात मृतक के साथी बता रहे थे वो सही थी कि फायरिंग की गई थी।
साथियों ने अगले दिन बताया कि आखिर हुआ क्या था
मृतक उमर के साथियों ताहिर और जावेद ने घर पहुँचकर बताया कि गायों को लाते वक्त गहणकर गांव में कुछ लोगों ने फायरिंग की जिसमें उमर मौेके पर ही छूट गया और वो जान बचाकर भाग आये हैं। उनमें से ताहिर के हाथ में भी गोली का छर्रा लगा है और हरियाणा में जाकर ताहिर ने इलाज भी लिया। मीडिया में दोनों ही लोगों ने अपने बयान भी दिये।
ताहिर पर दर्ज हैं पांच मामले
मृतक का साथी ताहिर अपहरण , छेड़छाड़ और गौतस्करी के पांच मामलों में आरोपी है और दो मामलों में अभी वांछित चल रहा था। पहले भी गौतस्करी के मामले में ताहिर का रिकॉर्ड पुलिसके पास था। पांच बच्चों के पिता उमर को परिजनों ने ताहिर का साथ छोड़ देने के लिए कई बार मनाया था लेकिन वह नहीं माना।
हत्या के आरोपी कौन
हत्या करने का खुालासा भी पुलिस ने कर दिया है और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी और आरोपियों की गिरफ्तारी होना शेष है। पुलिस ने मारकपुर निवासी भगवान और राजवीर को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अभी और आरोपी जो गहणकर गांव के निवासी बताये जाते हैं अभी फरार चल रहे हैं। पुलिस का कहना है कि हत्या के आरोपियों ने गौतस्करों का गाड़ी जाने की सूचना मिलने के बाद रास्ते में कील लगे फट्टे लगाये और पंचर होने के बाद गाड़ी एक किलोमीटर बाद जाकर रुकी। पुलिस ने माना कि गाड़ी में बैठे लोग गायों की तस्करी कर ले जा रहे थे।
दोनों तरफ से हुई थी फायरिंग
पुलिस जांच के अनुसार फायरिंग गौतस्करों और हत्या के आरोपियों दोनों तरफ से की गई थी। जिसमें उमर को गोली लगी और बाद में मौत हो गई। जावेद और ताहिर मौके से फरार हो गये जो पहले तो घर गये और फिर हरियाणा भाग गये। उधर हत्या के आरोपियों ने शव को ठिकाने लगाने का प्लान किया और रामगढ़ थाना क्षेत्र में रेलवे पटरी पर ये मानकर शव फेंका कि शिनाख्त नहीं हो पायेगी। लेकिन 13 नवम्बर को मामला खुल जाने के बाद शिनाख्त हो गई।
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