क्यों होता है फलाहारी बाबा को बार बार पेट दर्द..
बिलासपुर की युवती से दुष्कर्म के आरोपी फलाहारी बाबा यानि जगद गुरु रामानुजाचार्य कौशलेन्द्र प्रपन्नाचार्य फलाहारी महाराज अभी जेल में ही हैं और हाईकोर्ट में जमानत को लेकर आज सुनवाई होनी है। महिला भक्तों और नेताओं से घिरे रहने वाले बाबा अब कर्मों की सजा पा रहे हैं। लेकिन जेल से बाहर आने की ललक कम ना हुई है। 23 सितम्बर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजे गये थे। कोर्ट में पेशी के लिए भी पुलिस उन्हें बाहर नहीं लाती और विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही पेशी हो जाती है। अभी अलवर कोर्ट में न्यायिक हिरासत की अवधि 9 नवम्बर तक बढा रखी है।
अलवर में नेताओं के साथ फलाहारी बाबा (बीच में) |
बीमारी के बहाने से अस्पताल आते रहे हैं फलाहारी
अस्पताल के चिकित्सकों पर फलाहारी सहयोग ना करने का आरोप लगा सकते हैं। दरअसल फलाहारी बिमारी का बहाना बनाकार तीन बार अस्पताल आये और हर बार चिकित्सकों ने फिट करार दे दिया। अक्सर फलाहारी पेट के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत करते हैं। इससे पहले बाबा ने गिरफ्तारी के वक्त खुद को नामर्द बताया था लेकिन चिकित्सकों ने तब भी बाबा के मंसूबों पर पाानी फेर दिया था। क्या है कि ये विज्ञान है और चिकित्सक बाबा के अंध अनुयायी नहीं हैं।
बीते 30 अक्टूबर को भी फलाहारी को अस्पताल लाया गया था और सोनोग्राफी के साथ कई दूसरी जांच के बाद चिकित्सकों ने कैथेटर निकाल दिया, जिसे टॉयलेट के लिए लगाया गया था। और बाबा को चिकित्सकों ने कोई राहत ना देते हुए पुराना बयान दे दिया था कि बाबा स्वस्थ्य हैं। बाबा को अलवर कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली और अब हाईकोर्ट में पीड़िता के पिता ने भी अपनी तरफ से पैरवी के लिए वकील को लगाया है।
बाबा से भक्तों ने भी बनाई दूरी
खास बात ये है कि देश के दूसरे हिस्सों में बाबा गिरफ्तार हुए तो उनके शिष्यों ने बाबाओं का पक्ष लिया और कोर्ट और जेल के बाहर भीड़ लगी लेकिन यहां भी फलाहारी के शिष्य उन्हें गच्चा दे गये। अब तक कोई शिष्य उनके पक्ष में सामने नहीं आया, कुछ लोगों ने विरोध जरूर जताया था।
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