500 और 1000 के नोट को सोशल मीडिया ने दी श्रद्धान्जली
2016 में आज ही के दिन यानि 8 सितम्बर को प्रधानमंत्री ने घोषणा कर 500 और 1000 के नोट को लीगल टैण्डर नहीं मानने की घोषणा कर दी थी। देशवासियों से 50 दिन मांगे गये थे और देश में आमूलचूल परिवर्तन के साथ अच्छे दिन आने की आहट सुनाई थी। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भाजपा आज के दिन को काला धन विरोधी दिवस के रूप में मना रही है जबकि कांग्रेस ने काला दिवस मनाया है और देशभर में विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे गये हैं। लेकिन देश भर के लोग आज 500 और 100 के नोट को अलग अलग तरह से श्रद्धान्जलि दे रहे हैं।
काला धन आया नहीं, करतूत आ सकती हैं सामने
नोटबन्दी करते वक्त इसका सबसे बड़ा उद्देश्य काले धन पर लगाम लगाने का था लेकिन पूरा पैसा बैंकों में जमा हो गया तो डिजिटल के लिए बड़ी पहल बताया गया। खास बात ये कि आरबीआई पहले तो ये भी नहीं बता पा रहा था कि कितना पैसा देशभर के बैंकों में वापस जमा हुआ है। अब तक भाजपा के नेता ये कहते रहे हैं कि उन पर भ्रष्टाचार को कोई दाग नहीं है लेकिन पैराडाइज पेपर्स के बाद कोई और मामला सामने आया तो मुश्किल बढ़ सकती है। सोशल मीडिया पर फोटोज और जोक्स खूब चल रहे हैं और 500, हजार के नोटों को माला पहनाकर श्रद्धान्जली दी जा रही है।
+ There are no comments
Add yours