कांग्रेस ने काला दिवस तो भाजपा ने काला धन विरोधी दवस मनाया
8 सितम्बर 2016 को प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद नोटबन्दी लागू हुई और एक साल बाद सारे परिणाम भी सामने आ गये हैं। सत्ताधीन सरकार नोटबन्दी के फायदे गिना रही है और कांग्रेस विरोध कर रही है। आम जनता अखबार और टीवी के माध्यम से ये जानने की कोशीश कर रही है कि आखिर हुआ क्या है। भाजपा ने आज 8 सितम्बर को काला धन विरोधी दिवस मनाया और कहा कि नोटबन्दी से ब्लैक मनी पर लगाम लगी है। गैर कानूनी तरीके से किये जाने वाले धन के विनिमय रुका है और देश डिजिटल की ओर बढ़ रहा है। भाजपा ने इसमें आम गरीब को उसका लाभ समझाने की कोशीश भी की है।
कांग्रेस ने मनाया काला दिवस
कांग्रेस ने 8 सितम्बर को काला दिवस के रूप में मनाया। कांग्रेस देश की जनता को ये समझाने की कोशीश कर रही है कि भाजपा ने जो किया वो आम गरीब के साथ ही देश की अर्थव्यवस्ता को तहस नहस करने वाला था। कांग्रेस की ओर से रैलियां निकालकर विरोध प्रदर्शन किये गये और नोटबन्दी के दौरान लाइन में लगे लोगों की मौत के मामले में उन्हें शहीद का दर्जा देने तक की मांग कर डाली। अलवर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष टीकाराम जूली, पूर्व सांसद करणसिंह यादव,कांग्रेस पदाधिकारी देवेन्द्र यादव,हरीश यादव, जिला प्रमुख रेखा राजू यादव समेत अनेक पदाधिकारियों और कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।
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